स्कूल व्याख्याता इतिहास का सिलेबस
इतिहास
(पेपर II)
उच्च माध्यमिक स्तर
- प्राचीन भारतीय संस्कृति की मुख्य विशेषताएं
- भारत की भौगोलिक विशेषताएं तथा भू सामरिक सीमाएं
- प्रागैतिहासिक काल
- सिंधु एवं वैदिक सभ्यता ( शहरीकरण, राजनीति, समाज, साहित्य का विकास, दर्शन, धर्म और नीतिशास्त्र)
- महाजनपद काल (जैन धर्म, बौद्ध धर्म तथा पौराणिक संप्रदाय)
- सल्तनत काल ( राज्य, राजनीति, सामाजिक एवं सांस्कृतिक विकास )
- भक्ति आंदोलन, सूफीवाद, सांस्कृतिक समन्वय
- यूरोपीयन लोगों का भारत आगमन ( 18 वीं सदी में भारत की राजनीतिक सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति)
- (18 वीं सदी में भारत के राजनीतिक सामाजिक)
- 1757 से 1857 ईसवी के मध्य भारत में औपनिवेशिक शासन की स्थापना बंगाल मैसूर एवं मराठा प्रतिरोध
- ब्रिटिश अधिपत्य का विकास
- भारतीय संविधान का निर्माण तथा इसकी प्रमुख विशेषताएं
- प्राचीन सभ्यताएं ( नील, यूनान, रोम तथा चीन)
- ईसाई तथा इस्लाम धर्म का उदय
स्नातक स्तर
- साम्राज्यों का उदय ( हर्यंक, मौर्य, शुंग, सातवाह्न, गुप्त और वर्धन वंस राजनीति, समाज, अर्थव्यवस्था, व्यापार और वाणिज्य, कला और वास्तुकला का विकास, साहित्य और विज्ञान )
- राजपूत राज्यों का उदय: संगम काल
- विदेशों में भारतीय संस्कृति
- मुगल साम्राज्य (राज्य, राजनीति, अर्थव्यवस्था, समाज, कला और वास्तुकला का विकास, साहित्य, कृषि, व्यापार और वाणिज्य)
- 1857 से पूर्व अंग्रेजी शासन के विरुद्ध भारतीय संस्कृति
- 1857 का विद्रोह ( प्रकृति घटनाएं महत्व और परिणाम )
- सामाजिक एवं धार्मिक सुधार ( राष्ट्रीयता का उदय, शिक्षा की भूमिका, प्रेस तथा प्रमुख नेता)
- 1885 से 1919 तक भारत का स्वतंत्रता संग्राम
- 1858 के बाद भारत का संवैधानिक विकास
- यूरोप में पुनर्जागरण एवं सुधार
- अमेरिका का स्वतंत्रता संग्राम
- फ्रांस की क्रांति एवं नेपोलियन बोनापार्ट
- औद्योगिक क्रांति एवं वाणिज्यवाद व
- इटली व जर्मनी का एकीकरण
- प्रथम विश्वयुद्ध के लिए उत्तरदाई परिस्थितियां
- एकदलीयवाद- नाज़ीवाद तथा फासीवाद
- द्वितीय विश्व युद्ध के कारण एवं परिणाम
अधिस्नातक स्तर
- चोल, चालुक्य और पल्लव ( राजनीति, कला और वास्तुकला के विकास में उनका योगदान )
- सिखों, जाटों और मराठों का उदय ( शिवाजी के विशेष संदर्भ में विजय और प्रशासन )
- गांधीवादी युग-( गांधी, जवाहर लाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, मौलाना आजाद, वल्लभ भाई पटेल, सी राजगोपालाचारी, राजेंद्र प्रसाद और भीम राव अंबेडकर की भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में भूमिका और योगदान.
- मुस्लिम लीग ( ज़िन्ना की भूमिका और भारत का विभाजन )
- यूरोप में उदारवाद, समाजवाद और राष्ट्रवाद का विकास
- रूसी क्रांति और चीनी क्रांति
- अंतर्राष्ट्रीयतावाद- राष्ट्रसंघ और संयुक्त राष्ट्र संघ
शैक्षिक मनोविज्ञान, शिक्षाशास्त्र, शिक्षण अधिगम सामग्री, कंप्यूटर एवं सूचना तकनिकी का
शिक्षण अधिगम में उपयोग
- शिक्षण-अधिगम में मनोविज्ञान का महत्व: (1. शिक्षार्थी, 2. शिक्षक, 3. शिक्षण-शिक्षण प्रक्रिया, 4. स्कूल की प्रभावशीलता)
- शिक्षार्थी का विकास ( संज्ञानात्मक, शारीरिक, सामाजिक, भावनात्मक और नैतिक विकास पैटर्न और किशोर शिक्षार्थी)
- शिक्षण - सीखना: अवधारणा, व्यवहार, संज्ञानात्मक और सीखने के रचनात्मक सिद्धांत और वरिष्ठ माध्यमिक छात्रों के लिए इसका निहितार्थ। किशोरावस्था की शिक्षण विशेषताओं और शिक्षण के लिए इसके निहितार्थ।
- किशोर शिक्षार्थी का प्रबंधन: मानसिक स्वास्थ्य और समायोजन समस्याओं की अवधारणा।भावनात्मक बुद्धिमत्ता और मानसिक स्वास्थ्य के लिए इसका निहितार्थकिशोरों के मानसिक स्वास्थ्य के पोषण के लिए मार्गदर्शन तकनीकों का उपयोग
- शिक्षार्थी शिक्षार्थी के लिए अनुदेशात्मक रणनीतियाँ:संचार कौशल और इसके उपयोग।शिक्षण के दौरान शिक्षण-शिक्षण सामग्री की तैयारी और उपयोग।विभिन्न शिक्षण दृष्टिकोण:शिक्षण मॉडल- अग्रिम आयोजक, वैज्ञानिक जांच, सूचना,प्रसंस्करण, सहकारी शिक्षण।रचनात्मक सिद्धांत आधारित शिक्षण।
- आईसीटी शिक्षा विज्ञान एकीकरण:आईसीटी की अवधारणा।हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की अवधारणा।निर्देश के लिए सिस्टम दृष्टिकोण।कम्प्यूटर ने सीखने में सहायता की।कंप्यूटर एडेड निर्देश।कारक आईसीटी शिक्षाशास्त्र एकीकरण की सुविधा।